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दिल मेरा


देखो कितना विकल रहा है दिल मेरा |

व्याकुलता से मचल रहा है दिल मेरा||
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त्य्मने समझा पत्थर की चट्टान है यह|
मिले हुए सन्तापों का अहसान है यह ||
बर्फ़ की सिल्लीसे झरना बनने वाला-
धीरे धीरे पिघल रहा है दिल मेरा ||१||
नफ़रत के जंगल से वापस आया है |
इस पर तेरी हमदर्दी का साया है ||
अब इंसानों का अपना बनने वाला-
प्रियतम मेरे बदल रहा है दिल मेरा ||२||

जब तेरे आने की मैंने खबर सुनी |
बढी हैं खुशियाँ, देखो मेरी कई गुनी||
पतझर का मधुवन फिरसे खिलने वाला-
अरे, बल्लियों उछल रहा है दिल मेरा||३||

प्रेम-रोग का यह बरसों से रोगी है |
बिन तेरे यह बेबस और वियोगी ||
दवा मिलन की मिली, रोग टलने वाला-
शनैः शनैः अब सँभल रहा है दिल मेरा||४||

"प्रसून" तेरे आने की पदचापें सुन|
हर्ष छिपाये बैठे हम मुहँ ढाँपे सुन||
हँसने का सिलसिला है अब चलने वाला -
यों मिलने में सफल रहा दिल मेरा ||५||










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