tag:blogger.com,1999:blog-7044094914596338803.post3080240747908828318..comments2023-08-12T02:31:44.341-07:00Comments on प्रसून: जून 2014 के बाद की गज़लें/गीत (5) इन प्रश्नों का उत्तर तो दो !देवदत्त प्रसूनhttp://www.blogger.com/profile/06275143755319297820noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7044094914596338803.post-83815167940898041902014-09-21T20:52:07.263-07:002014-09-21T20:52:07.263-07:00मेरे मन में प्रश्न जले हैं, इन प्रश्नों का उत्तर त...मेरे मन में प्रश्न जले हैं, इन प्रश्नों का उत्तर तो दो !<br />कौन मसीहा बन कर आये ? अनाचार की आग बुझाये ??<br />ऊबड़ खाबड़ इस अशान्ति में, कौन शान्ति का पन्थ सुझाये ??<br />अपने मीठे व्यवहारों से अब जनता को कौन रिझाये ??<br />सम्बन्धों की लिये पोटली, घर-घर प्यार बाँटने जाये ??<br />तुम चाहत की कुदाल ले कर, यत्नों के दो हाथ उठा-<br />पहेलियों के हल पर्तों में दबे हुये हैं, आकर खोदो-<br />मेरे मन में प्रश्न जले हैं, इन प्रश्नों का उत्तर तो दो !!1!!<br /><br />पढ़ो उपनिषद पढ़ो वेद तुम ,मिल जाएंगे उत्तर सारे ,माया का विक्षेप हटेगा virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com